महिलाओं को हुनर सिखाकर आत्मनिर्भर बना रहा उत्तरांचल मुम्बई महासंघ
जनमंच टुडे। देहरादून। उत्तरांचल महासंघ मुंबई देवभूमि उत्तराखंड में मातृ शक्ति को स्वावलंबी बनाने में महत्वपूर्ण भागीदारी निभा रहा है।
महासंघ महिलाओं के लिए सिलाई, बुनाई सेंटर खोलकर कई महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाकर कई परिवारों के जीवन को बेहतर बनाया है। सैकड़ों महिलाओं को हुनर सिखाकर उन्हें आत्मनिर्भर और तंगहाली झेल चुकीं कई महिलाएं आज अपने परिवार का भविष्य संवार रही हैं। साथ ही भविष्य में स्कूली छात्रों को तकनीकी ज्ञान लेने में कोई अड़चन पैदा न हो इसके लिए संघ बच्चों को स्मार्ट बना रहा हैऔर उन्हें कम्प्यूटर, प्रोजेक्टर उपलब्ध करवा रहा है। साथ ही संघ जरूरतमंद और आर्थिक रूप से पिछड़े छात्रों को स्कूली फीस के साथ ही उन्हें कापी, किताब और गणवेष उपलब्ध करवा रहा है। उत्तरांचल महासंघ मुंबई इन कार्यों के लिए किसी से मदद नहीं मांगता, बल्कि संघ के सदस्य स्वयं के प्रयासों से छोटे-छोटे कार्य कर देवभूमि के लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाने का है। इस सपने को साकार करने के लिए संघ के सभी सदस्य तन, मन धन से जुटे हुए हैं।
इसी क्रम में महासंघ ने 23 फरवरी 2024 को बालिका इंटर कॉलेज कालाढुंगी को अत्याधुनिक कंप्यूटरें, (मल्टी प्रपज) बहुउपयोगी प्रोजेक्टर एवं प्रिंटर देकर छात्राओं को स्मार्ट बनाया। इसी दिन नैनीताल जिले के राजकीय इंटर कॉलेज दुगड़ा में भी महासंघ ने दस सेट कुर्सियां प्रदान की। 24 फरवरी को गोस्वामी सरस्वती विद्या मंदिर कालाढुंगी को स्मार्ट क्लास के लिए कंप्यूटरों और प्रोजेक्टरों को प्रदान किया गया।
इन पुनीत कार्य मे क्षेत्र पंचायत सदस्य, ब्लाक प्रमुख व प्रगन्ना अधिकारी (SDM) भी मौजूद रहे और महासंघ की इस पहल की भूरि, भूरि प्रसंशा की। इस दौरान महासंघ ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली छात्राओं व छात्रों को पारितोष देकर सम्मानित किया। महासंघ ने पिथौरागढ़ जिले के सुदूर उडियारी व मल्ला गर्ख गंगोलीहाट में 5 सिलाई मशीन वितरित की। इस बार कुमांऊ मंडल में यह कार्य सफलतापूर्वक संपन्न किया गया। महासंघ से भीम सिंह राठौर, लक्ष्मी घिडियाल ,कैलाश चंद ,पुष्पा सेमवाल, अषरूपी ध्यानी, मनमोहन घिडियाल के नेतृत्व में इन कार्यक्रमों का सफल सम्पादन किया गया।
उत्तरांचल महासंघ की अध्यक्ष आनंदी गैरोला के साथ ही वरिष्ठ सदस्य कुसुमलता गुसांईं, हरिपाल बिष्ट, गोविन्द रावत शशि नेगी, विनोद देवरानी, शंभू चमोला , भूपेश गोनियाल , सुनील नौडियाल, विजिया पंत , कमला गुसांई , बालकृष्ण जोशी समेत महासंघ के सभी कार्यकर्ता इस बीड़ा को उठाए हुए हैं और उत्तराखंड के सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों के जरूरतमन्द लोगों को सहायता उपलब्ध कराने में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहे हैं।