सारी गांव ने पलायन करने वालों को दिखाया रास्ता
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जिले में तुंगनाथ, चोपता ट्रैक पर स्थित सारी गांव पहाड़ी क्षेत्रों में ग्रामीण पर्यटन और स्वरोजगार की मिसाल कायम कर रहा है। सारी गांव में वर्तमान में होम स्टे की संख्या 50 तक पहुंच गई है और लगभग ढाई सौ से अधिक लोगों को रोजगार मिल रहा है। 41 होम स्टे पर्यटन विभाग के पास पंजीकृत हैं। जबकी कई लोगों ने प्रदेश सरकार की दीन दयाल उपाध्याय पयर्टक होम स्टे योजना के तहत भी होम स्टे शुरु किया है। इसके अलावा 30 लोगों को ट्रेकिंग ट्रक्शन सेंटर होम-स्टे योजनान्तर्गत के तहत अनुदान मिला है। स्थानीय ग्रामीण जीएस भट्ट बताते हैं कि दिसंबर माह में रुद्रप्रयाग जिले के दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सारी गांव पहुंच कर होम स्टे में रात्रि विश्राम किया था। इस दौरान मुख्यमंत्री ने गांव में पर्यटन और स्वरोजगार के मॉडल की सराहना की थी। उन्होंने बताया कि गत वर्ष गांव में करीब सात हजार पर्यटक रात्रि विश्राम के लिए आए थे। भट्ट ने कहा कि गांव की आबादी 1200 सौ के करीब है । गांव की स्वरोजगार के चलते गांव में पलायन बहुत कम है, और अन्य गांवों के विपरीत सारी गांव पूरी तरह जीवंत बना हुआ है।
