उत्तराखंड में निवेश की भरपूर संभावनाएं : डॉ रावत
जनमंच टुडे। गोपेश्वर। उत्तराखंड वैश्विक निवेशक सम्मेलन-2023 के तहत जनपद चमोली के अंतर्गत इंजीनियरिंग कॉलेज कोठियालसैंण में जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव आयोजित हुआ। कैबिनेट मंत्री और जनपद के प्रभारी मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया। जनपद चमोली में निवेश को लेकर निवेशक खासे उत्साहित दिखे। इस दौरान कॉन्क्लेव में 101.15 करोड़ के निवेश पर उद्यमियों ने हामी भरते हुए 55 एमओयू पर हस्ताक्षर किए। जिसमें उद्योग विभाग के अन्तर्गत 76.27 करोड़ के 33 एमओयू, उरेडा के अंतर्गत 8.50 करोड़ के 11 एमओयू और पर्यटन के क्षेत्र में 16.38 करोड़ के 11 एमओयू हुए। इससे जनपद में करीब 711 से अधिक लोगों को रोजगार सृजित होगा। नए उद्योगों की स्थापना में नीति-नियमों में लचीलापन व त्वरित सहयोग के लिए निवेशकों ने सरकार एवं जिला प्रशासन की सराहना की। मिनी कॉन्क्लेव स्थल पर लोकल उत्पादों के स्टॉल भी खासे आकर्षण का केन्द्र बने रहे। जिला स्तरीय मिनी कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार निवेशकों के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है और निवेशकों को इसका पूरा लाभ भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में निवेश बढ़ेगा तो रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और अवसर बढ़ेंगे तो उत्तराखंड से बेरोजगारी कम होगी। कहा कि हमारी सरकार का प्रयास है कि राज्य में निवेश बढ़ाकर रोजगार के अधिक से अधिक अवसर सृजित किए जाए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में निवेशकों की सुविधा के लिए सिंगल विंडो सिस्टम, आवेदन प्रक्रिया में सरलीकरण, सुरक्षा के साथ-साथ अनुकूल वातावरण मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि निवेशकों को आकर्षित करने के लिए उद्यमों की स्थापना में नीति-नियमों को लचीला व सरल बनाया गया है, ताकि अधिक से अधिक निवेश के माध्यम से रोजगार सृजित हो सके और देश और प्रदेश आत्मनिर्भरता की और अग्रसर हो सके। चमोली में उद्योग स्थापित करने हेतु आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर कैबिनेट मंत्री ने प्रस्ताव उपलब्ध कराने को कहा।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश हेतु बहुत बड़े प्रस्ताव राज्य सरकार को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी प्रस्तावों का आंकलन कराया जा रहा है। जो प्रस्ताव राज्य के लिए व्यावहारिक दृष्टि से ठीक होंगे तथा राज्यानुकूल होंगे, ऐसे प्रस्तावों को प्राथमिकता दी जाएगी।थराली विधायक भूपाल राम टम्टा ने उद्यमियों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि बाजार की मांग एवं स्थानीय पर्यावरण के अनुकूल उद्यम स्थापित करने से अधिक लाभ मिलेगा। कॉन्क्लेव के दौरान कई उद्यमियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। उद्योग स्थापना को लेकर निवेशकों ने सरकार की ओर से दी जाने वाली सुविधाओं की सराहन की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा उद्योग विकास के लिए राज्य में सकारात्मक कदम उठाए जा रहे है। इससे आने वाले समय में निश्चित तौर पर प्रदेश के विकास की तस्वीर बदलेगी। मिनी कॉन्क्लेव का संचालन विभु कृष्णा द्वारा किया गया।