यमुनोत्री के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाना प्राथमिकता

जनमंच टुडे। उत्तरकाशी। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जानकीचट्टी क्षेत्र का भ्रमण कर अधिकारियों को यात्रा व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरस्त बनाए रखने के साथ ही यमुनोत्री पैदल मार्ग पर घोड़ा व डंडी के रोटेशन की व्यवस्था को सख्ती से कायम रखने और सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने स्थानीय लोगों से विचार-विमर्श करते हुए कहा कि हर साल तीर्थयात्रियों का आवागमन बढ़ते रहने से यमुनोत्री धाम एवं जानकीचट्टी क्षेत्र को तेजी से विकसित किए जाने की आवश्यकता शासन-प्रशासन के स्तर पर निरंतर महसूस की जा रही है और इस क्षेत्र के सुनियोजित विकास के लिए नगर निकाय का गठन, मास्टर प्लान बनाने की दिशा में भी पहल हुई है। जिलाधिकारी ने कहा कि यमुनोत्री धाम के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाना शासन-प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसके लिए शुरूआती सर्वेक्षण कराए जा रहे हैं। वैकल्पिक मार्ग बनने से यमुनोत्री धाम की यात्रा को व्यापक विस्तार मिल सकेगा। जिलाधिकारी ने जानकीचट्टी में घोड़ा पड़ाव के निर्माण तथा खरसाली-जानकीचट्टी रिंग रोड के निर्माण तथा अन्य अवस्थापना सुविधाओं के बावत भी चर्चा की।
जिलाधिकारी ने जानकीचट्टी में अधिकारियों तथा स्थानीय ग्रामीणों, होटल-ढाबा तथा घोड़ा संचालकों व डंडी-कंडी मजदूरों के प्रतिनिधियों की बैठक लेकर स्वच्छता एवं कूड़ा प्रबंधन पर विशेष ध्यान देने की अपेक्षा करते हुए कहा कि इसके लिए सभी लोगों को अपने स्तर से पहल करनी होगी और कूड़ा इधर-उधर कूड़ा फेंकने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में सहयोग करना होगा। जिलाधिकारी ने प्रत्येक होटल व ढाबे पर अनिवार्य रूप से कूड़ादान रखने की हिदायत देते हुए कहा कि कूड़ा को ले जाने के लिए जिला पंचायत के द्वारा नियमित रूप से जानकीचट्टी-खरसाली एवं आस-पास के क्षेत्रों में वाहन भेजा जाएगा। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत को कूड़ा संग्रहण के लिए अतिरिक्त वाहन लगाए जाने के साथ ही इस क्षेत्र में बेहतर सफाई व्यवस्था हेतु कारगर इंतजाम करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने ठोस कूड़ा के निस्तारण के लिए जानकीचट्टी में स्थापित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का पूरा सुदपयोग करने की अपेक्षा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र का साफ-सुथरा व कूड़ामुक्त बनाने हेतु सभी लोगों का सहयोग जरूरी है। जिलाधिकारी ने कूड़ा फैलाकर गंदगी करने वालें लोगों के विरूद्ध चालान की कार्रवाई करने हेतु भी अधिकारियों को निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्थानीय व्यवसायियों के आग्रह को देखते हुए पुलिस विभाग के अधिकारियों कहा कि जानकीचट्टी में पार्किंग में स्थान उपलब्ध होने तथा सामान्य भीड़ रहने की दशा में फूलचट्टी में डाईवर्जन के लिए बैरियर न लगाया जाय। ताकि यात्रीगण को अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी क्षेत्र में रात्रि प्रवास हेतु अधिक आसानी से पहुंच सकें।
जिलाधिकारी ने बैठक में दोहराया कि यमुनोत्री पैदल मार्ग पर यात्रियों की सुरक्षा, सुगमता और सुव्यवस्था के लिए घोड़े-खच्चर का डंडी का रोटेशन सख्ती से लागू किया जाना जरूरी है। उन्होंने घोड़ा संचालकों, डंडी मजदूरों से इस व्यवस्था में सहयोग करने की अपील करते हुए कहा कि इससे सभी को समान रूप से रोजगार के अवसर मिल सकेंगे और यमुनोत्री धाम की यात्रा का बेहतर ढंग से प्रबंधन हो सकेगा।

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